सुरेश वाडकर 'ऐ जिंदगी गले लगा ले' में सेलेब-होस्ट के अवतार में छाएंगे महान शास्त्रीय गायक, अद्भुत पार्श्व गायक और संगीत-गुरु 'पद्म श्री' सुरेश वाडकर बहुत ही उत्साहित मूड में थे. हारमोनियम बजाते हुए अपनी गंभीर, शांत छवि से हटकर, सुरेश मंच पर लगभग रॉक-स्टार बन गए... By Chaitanya Padukone 07 Aug 2024 in एंटरटेनमेंट New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Follow Us शेयर महान शास्त्रीय गायक, अद्भुत पार्श्व गायक और संगीत-गुरु 'पद्म श्री' सुरेश वाडकर बहुत ही उत्साहित मूड में थे. हारमोनियम बजाते हुए अपनी गंभीर, शांत छवि से हटकर, सुरेश मंच पर लगभग रॉक-स्टार बन गए - यहाँ तक कि उन्होंने इस तरह से अभिनय किया जैसे कि वे इलेक्ट्रिक गिटार बजा रहे हों! यह उनके जन्मदिन समारोह (07 अगस्त) की पूर्व संध्या पर था और बड़ी धूमधाम के साथ उन्होंने इस अवसर को यादगार बनाने के लिए केक काटा. इस अद्भुत अवसर को मनाने के लिए सुरेश-जी ने स्टूडियो रिफ्यूल द्वारा निर्मित "ऐ जिंदगी गले लगा ले" नामक एक नए रेडियो कार्यक्रम की शुरुआत की घोषणा की. View this post on Instagram A post shared by The Filmy Town (@thefilmytownn) प्रीमियम रहेजा क्लासिक क्लब में देर शाम आयोजित जन्मदिन समारोह में उनकी पत्नी, बहुमुखी प्रतिभावान गायिका-गुरु पद्मा वाडकर, एक "विशेष अतिथि" के रूप में उपस्थित थीं, साथ ही गतिशील शो एंकर (एमडी) देव कुमार (उनकी करिश्माई सहायक पत्नी रिद्धि कुमार के साथ) और स्टूडियो रिफ्यूल के सीईओ इंडिया चैप्टर सचिन तैलंग और दुबई चैप्टर के सीईओ रमन छिब्बर भी मौजूद थे. अपनी भावपूर्ण आवाज और सदाबहार जोशीले और दिल को छू लेने वाले मधुर गीतों के लिए मशहूर बहुमुखी प्रतिभा के धनी सुरेश वाडकर ने इस अवसर पर ऐतिहासिक फिल्म 'सदमा' (1983) के सदाबहार गीत 'ऐ जिंदगी गले लगा ले' को याद किया. और उन्होंने साउथसाइड जीनियस इलैयाराजा (जिन्हें प्यार से 'राजा' भी कहा जाता है) द्वारा रचित सदाबहार रेट्रो-गीत की कुछ पंक्तियां भी गाईं और इस गीत की रिकॉर्डिंग के पीछे के किस्से (बीटीएस) और आज भी इसकी लोकप्रियता के बारे में बताया. बाद में, मीडिया-फार्मैश सुरेश ने चप्पा चप्पा चरखा चले (माछीस-1996), मेघा रे मेघा रे (प्यासा सावन) और तुमसे मिलके (परिंदा-1989) की कुछ पंक्तियां भी लाइव गाईं. इस प्रतिष्ठित गीत से प्रेरित होकर, सुरेश वाडकर ‘पहली बार’ रेडियो में कदम रख रहे हैं, इस नए रेडियो-शो-सेलेब-होस्ट की यात्रा के बारे में अपनी उत्तेजना व्यक्त कर रहे थे. यह रेडियो शो, जो दिवाली के शुभ अवसर पर उपलब्ध होगा, एक संगीतमय यात्रा होने का वादा करता है, जहाँ मुखर सुरेश वाडकर अपनी यादों से कुछ अनसुनी कहानियाँ और अपने गीत-रिकॉर्डिंग, अपने गीत-सिटिंग और अपने लाइव कॉन्सर्ट के बारे में दुर्लभ अल्पज्ञात तथ्य और रोचक तथ्य प्रकट करेंगे "मेरे जीवन और करियर की मीठी खुशनुमा पुरानी घटनाओं के अलावा, लेकिन (खट्टा-मीठा) शायद बिना फ़िल्टर किए थोड़ी-सी कड़वी और खट्टी यादें और अनुभव भी मैं साझा करूँगा और मेरे करियर और गानों के बारे में कुछ चौंकाने वाले तथ्य भी बताऊँगा." सुरेश-जी ने आश्वासन दिया, जिन्हें अपनी जीवन-साथी पत्नी पद्मा वाडकर का निरंतर समर्थन प्राप्त है. गतिशील एंकर देव कुमार ने भी पुष्टि की कि रेडियो शो में सुरेश वाडकर कड़वी-मीठी रोचक यादें सुनाएंगे, लॉन्च इवेंट एक लाइव संगीत संध्या में बदल गया, जहां सुरेश वाडकर ने अपने धमाकेदार गाने गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. गुरु-शिष्य की परंपरा को कायम रखते हुए, सुरेश वाडकर अजीवसन चलाते हैं, (जो संगीत गुरु और शास्त्रीय संगीत के दिग्गज पंडित जियालाल वसंत को समर्पित है) जहां वे और उनकी टीम छात्रों को गायन और संगीत का प्रशिक्षण देती है. 7 अगस्त, 1955 को जन्मे विनम्र, मृदुभाषी सुरेश ईश्वर वाडकर ने कई ब्लॉकबस्टर हिंदी और क्षेत्रीय भाषा के गाने गाए हैं. रेडियो शो "ऐ जिंदगी गले लगा ले" का बेसब्री से इंतजार उनके प्रशंसकों, संगीत प्रेमियों और सिनेमा प्रेमियों में है. शो के होस्ट देव कुमार और सुरेश वाडकर ने अपने नए शो "ऐ जिंदगी गले लगा ले" के साथ भारतीय संगीत के मधुर और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध युग को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया है. Read More: ओलंपिक 2024 में Vinesh Phogat की जीत पर बॉलीवुड सेलेब्स ने दी बधाई जॉन अब्राहम की Vedaa को मिला U/A सर्टिफिकेट,फिल्म में किए गए ये बदलाव Bigg Boss OTT 3 फिनाले पर रणवीर ने कृतिका को किया था किस, देखे वीडियो Ayushmann Khurrana ने छोड़ी सनी देओल की फिल्म बॉर्डर 2, जानिए वजह हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Advertisment Latest Stories Read the Next Article